हनुमानगढ़, राजस्थान का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध जिला है, जो अपने प्राचीन किलों, मंदिरों और पुरातात्विक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। इसे कभी भटनेर के नाम से जाना जाता था और यह क्षेत्र प्राचीन काल से सभ्यता और व्यापार का केंद्र रहा है। हनुमानगढ़ का उल्लेख महाभारत और वैदिक ग्रंथों में भी मिलता है, जिससे यह स्थान ऐतिहासिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण बन जाता है। यहाँ की वास्तुकला, पुरातात्विक धरोहर, नदियाँ और मंदिर इसे राजस्थान के सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में शामिल करते हैं। आइए जानते हैं हनुमानगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में। हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
1. भटनेर किला
भटनेर किला हनुमानगढ़ का सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है। यह किला 295 ईस्वी में भाटी राजाओं द्वारा बनवाया गया था और इसे भारत के सबसे पुराने किलों में से एक माना जाता है। अपनी मजबूत दीवारों और रणनीतिक निर्माण के कारण यह किला कभी भी किसी युद्ध में जीता नहीं गया।
यह किला कई राजवंशों के शासनकाल में महत्वपूर्ण रहा है, और यहाँ मुगल, राजपूत और ब्रिटिश प्रभाव की झलक देखने को मिलती है। किले की प्राचीरें आज भी भव्य हैं और यहाँ से घग्गर नदी का सुंदर नज़ारा दिखता है। किले के अंदर कई मंदिर, जलाशय और महल हैं, जो इसकी समृद्धि का प्रमाण देते हैं। इतिहास प्रेमियों और पुरातत्व में रुचि रखने वालों के लिए यह स्थान किसी अजूबे से कम नहीं है।
- विशेष आकर्षण: प्राचीन किला, गुप्त सुरंगें, ऐतिहासिक मंदिर
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन से 1 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों में
2. कालीबंगा पुरातत्व स्थल
कालीबंगा, हनुमानगढ़ जिले का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है, जहाँ सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष मिले हैं। यह स्थल दुनिया की सबसे प्राचीन सभ्यताओं में से एक के प्रमाणों को संजोए हुए है।
यहाँ खुदाई के दौरान प्राप्त किलेबंदी, जल निकासी प्रणाली, ईंटों से बने घर, और कृषि से जुड़े अवशेष इस बात का प्रमाण हैं कि यह क्षेत्र हजारों साल पहले भी एक उन्नत नगरीय संस्कृति का हिस्सा था। कालीबंगा में स्थित संग्रहालय में इन सभी अवशेषों को प्रदर्शित किया गया है, जिससे पर्यटकों को इस प्राचीन सभ्यता के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है।
- विशेष आकर्षण: सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष, पुरातात्विक संग्रहालय
- खुलने का समय: सुबह 10:00 से शाम 5:00 तक (सोमवार बंद)
- प्रवेश शुल्क: ₹20 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 25 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
3. गोगामेड़ी मंदिर
गोगामेड़ी मंदिर, लोकदेवता गोगाजी को समर्पित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। गोगाजी को साँपों के देवता के रूप में पूजा जाता है और यह मंदिर राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है।
मंदिर में हर साल भाद्रपद माह में एक बड़ा मेला लगता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यहाँ का वातावरण अत्यंत आध्यात्मिक और शांतिपूर्ण होता है, और इस मंदिर की वास्तुकला भी देखने लायक है।
- विशेष आकर्षण: धार्मिक महत्व, वार्षिक मेला
- खुलने का समय: सुबह 5:00 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 50 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: भाद्रपद माह (अगस्त-सितंबर)
4. भद्रकाली मंदिर
यह प्राचीन मंदिर देवी काली को समर्पित है और हनुमानगढ़ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। माना जाता है कि यहाँ देवी काली स्वयं प्रकट हुई थीं और इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
मंदिर परिसर बड़ा और साफ-सुथरा है, जहाँ ध्यान और साधना के लिए एक विशेष स्थान भी बना हुआ है। नवरात्रि के दौरान यहाँ विशेष पूजा-अर्चना होती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं।
- विशेष आकर्षण: प्राचीन मूर्तियाँ, नवरात्रि उत्सव
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से रात 8:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ शहर में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: नवरात्रि
5. सिल्ला माता मंदिर
सिल्ला माता मंदिर हनुमानगढ़ का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जिसे भक्तों की आस्था का केंद्र माना जाता है।
यह मंदिर शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है और यहाँ हर साल नवरात्रि के समय भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मंदिर पहाड़ी पर स्थित है और यहाँ से हनुमानगढ़ के खूबसूरत नज़ारे देखे जा सकते हैं।
- विशेष आकर्षण: पहाड़ी पर स्थित मंदिर, नवरात्रि मेला
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 20 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: नवरात्रि और सर्दियों में
👉 अगर आप हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें तलाश रहे हैं, तो सिल्ला माता मंदिर एक धार्मिक और दर्शनीय स्थल है।
6. संगरिया संग्रहालय
संगरिया संग्रहालय हनुमानगढ़ का एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र है, जहाँ राजस्थान के इतिहास, लोककला और पुरातत्व से जुड़ी वस्तुएँ संरक्षित हैं।
यह संग्रहालय सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष, पुराने सिक्के, मिट्टी के बर्तन, हथियार और पारंपरिक हस्तशिल्प का अद्भुत संग्रह प्रस्तुत करता है। हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
- विशेष आकर्षण: सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष, ऐतिहासिक वस्तुएँ
- खुलने का समय: सुबह 10:00 से शाम 5:00 तक (सोमवार को बंद)
- प्रवेश शुल्क: ₹30 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 25 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सालभर
👉 हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें में संगरिया संग्रहालय इतिहास प्रेमियों के लिए एक अनूठा स्थल है।
7. गुरुद्वारा कबूतर साहिब
गुरुद्वारा कबूतर साहिब सिख धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जो गुरु नानक देव जी की स्मृतियों से जुड़ा हुआ है।
कहा जाता है कि यहाँ गुरु नानक देव जी कुछ समय के लिए ठहरे थे और उन्होंने अपने उपदेश दिए थे। यह स्थान शांति और आस्था का केंद्र है और यहाँ हर दिन लंगर सेवा भी होती है। हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
- विशेष आकर्षण: ऐतिहासिक गुरुद्वारा, लंगर सेवा
- खुलने का समय: सुबह 4:00 से रात 10:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 15 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: गुरु पर्व और बैसाखी
👉 अगर आप हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें देख रहे हैं, तो गुरुद्वारा कबूतर साहिब एक आध्यात्मिक स्थल है।
8. तलवाड़ा झील
तलवाड़ा झील हनुमानगढ़ जिले की एक खूबसूरत प्राकृतिक झील है, जो अपनी शांत जलराशि और हरियाली से पर्यटकों को आकर्षित करती है।
यह झील पिकनिक मनाने, बोटिंग और सूर्यास्त के अद्भुत नजारों के लिए प्रसिद्ध है। सर्दियों के मौसम में यहाँ प्रवासी पक्षी भी देखे जा सकते हैं। हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें जहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
- विशेष आकर्षण: बोटिंग, पक्षी अवलोकन, शांत वातावरण
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 7:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: हनुमानगढ़ से 30 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 हनुमानगढ़ में घूमने की जगहें में तलवाड़ा झील प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थल है।
स्थानीय बाजार और प्रसिद्ध व्यंजन
हनुमानगढ़ अपने पारंपरिक बाजारों और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ के स्थानीय बाजारों में राजस्थानी हस्तशिल्प, पारंपरिक आभूषण और कपड़े मिलते हैं। यहाँ के प्रमुख व्यंजनों में दाल बाटी चूरमा, मिर्ची बड़ा, गट्टे की सब्जी, और घेवर शामिल हैं।
निष्कर्ष
हनुमानगढ़ अपने ऐतिहासिक किलों, पुरातत्व स्थलों, धार्मिक मंदिरों और सांस्कृतिक मेलों के कारण राजस्थान का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यहाँ आकर पर्यटक इतिहास, आध्यात्मिकता और संस्कृति का अनूठा संगम देख सकते हैं।
राजस्थान में अन्य शानदार पर्यटन स्थलों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं? तो गंगानगर में घूमने की जगहें भी जरूर देखें, जहां इतिहास और संस्कृति की झलक मिलती है।
हनुमानगढ़ घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे बढ़िया होता है, जब मौसम सुहावना रहता है और आप आराम से पर्यटन स्थलों का आनंद ले सकते हैं।
हनुमानगढ़ कैसे पहुंचें?
हनुमानगढ़ रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। नजदीकी हवाई अड्डा बीकानेर और जयपुर में स्थित है।