भरतपुर, राजस्थान का एक प्रमुख ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। इसे “पूर्वी राजस्थान का प्रवेश द्वार” भी कहा जाता है। यह शहर अपने पक्षी अभयारण्य, किलों, मंदिरों और प्राचीन संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है। भरतपुर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता इसे पर्यटकों के लिए आकर्षक गंतव्य बनाती है। आइए जानते हैं Bharatapur me ghumne ki jagah के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में।
1. केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान
केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान, जिसे भरतपुर पक्षी अभयारण्य भी कहा जाता है, यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। यह दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण पक्षी अभयारण्यों में से एक है, जहाँ सर्दियों में साइबेरियन क्रेन सहित हजारों प्रवासी पक्षी आते हैं।
- विशेष आकर्षण: पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग, बोटिंग, प्राकृतिक सुंदरता
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 6:00 (गर्मियों में), सुबह 6:30 से शाम 5:00 (सर्दियों में)
- प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए ₹75, विदेशियों के लिए ₹500
- कैसे पहुंचे: भरतपुर रेलवे स्टेशन से 5 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
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2. लोहागढ़ किला
लोहागढ़ किला भरतपुर का सबसे मजबूत और ऐतिहासिक किला है। इसे जाट शासकों ने 18वीं शताब्दी में बनवाया था और यह कई आक्रमणों के बावजूद कभी पराजित नहीं हुआ।
- विशेष आकर्षण: अद्भुत रक्षा प्रणाली, विशाल दरवाजे, संग्रहालय
- खुलने का समय: सुबह 10:00 से शाम 5:30 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: भरतपुर शहर के केंद्र में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों में
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3. डीग पैलेस
डीग महल भरतपुर जिले के डीग शहर में स्थित एक शानदार महल है। यह महल भरतपुर राजाओं का ग्रीष्मकालीन निवास था और इसकी वास्तुकला बेहद आकर्षक है।
- विशेष आकर्षण: फव्वारे, बगीचे, सुंदर महल परिसर
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: भरतपुर से 32 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: मानसून और सर्दियों में
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4. गंगा मंदिर
गंगा मंदिर भरतपुर का एक भव्य और ऐतिहासिक मंदिर है। यह मंदिर महाराजा बलवंत सिंह द्वारा बनवाया गया था और यहाँ मां गंगा की सुंदर मूर्ति स्थित है।
- विशेष आकर्षण: सुंदर नक्काशी, धार्मिक महत्व
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से रात 8:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर रेलवे स्टेशन से 2 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सालभर, विशेष रूप से गंगा दशहरा के दौरान
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5. बांध बरेठा
यह एक विशाल जलाशय है जो पक्षियों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान है। यह केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के प्रवासी पक्षियों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थान है।
- विशेष आकर्षण: बर्ड वॉचिंग, शांत वातावरण
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर से 40 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
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6. लक्ष्मण मंदिर
भरतपुर का लक्ष्मण मंदिर अपनी नक्काशी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यह भगवान लक्ष्मण को समर्पित है और भरतपुर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
- विशेष आकर्षण: प्राचीन मंदिर, सुंदर मूर्तिकला
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर शहर के केंद्र में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सालभर
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7. सेवर मंदिर
यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और इसे धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मंदिर में हर साल कृष्ण जन्माष्टमी पर भव्य आयोजन होता है।
- विशेष आकर्षण: धार्मिक महत्व, भव्य मूर्तियाँ
- खुलने का समय: सुबह 5:00 से रात 10:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर से 15 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: कृष्ण जन्माष्टमी के दौरान
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8. कुम्हेर किला
कुम्हेर किला भरतपुर के पास स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जिसे जाट शासकों ने बनवाया था। यह किला अपनी मजबूत रक्षा प्रणाली के लिए जाना जाता है।
- विशेष आकर्षण: विशाल किलेबंदी, इतिहास प्रेमियों के लिए उपयुक्त
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर से 25 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों में
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9. चौरासी खंबा
चौरासी खंबा एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है जो अपनी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ 84 स्तंभों वाला प्राचीन ढांचा देखने को मिलता है।
- विशेष आकर्षण: ऐतिहासिक महत्व, धार्मिक स्थल
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 7:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर शहर में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सालभर
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10. मोती महल
मोती महल भरतपुर के राजाओं का एक शानदार महल है जो अपनी सुंदरता और भव्यता के लिए जाना जाता है।
- विशेष आकर्षण: सुंदर महल, ऐतिहासिक महत्व
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹30 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: भरतपुर किले के पास
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों में
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11. भरतपुर पैलेस और संग्रहालय
भरतपुर पैलेस और संग्रहालय शहर की सबसे भव्य ऐतिहासिक धरोहरों में से एक है, जो जाट और मुगल स्थापत्य शैली का बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत करता है।
इस महल का निर्माण विभिन्न शासकों द्वारा कई चरणों में किया गया था। इसमें जटिल नक्काशीदार संगमरमर और राजस्थानी चित्रकला का शानदार प्रदर्शन किया गया है। महल के अंदर स्थित संग्रहालय में भरतपुर के राजाओं की वस्तुएँ, प्राचीन हथियार, चित्रकला और ऐतिहासिक मूर्तियाँ रखी गई हैं।
- विशेष आकर्षण: भव्य राजपूती-मुगल वास्तुकला, संग्रहालय की ऐतिहासिक वस्तुएँ
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: भरतपुर रेलवे स्टेशन से 3 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 अगर आप Bharatapur me ghumne ki jagah खोज रहे हैं, तो भरतपुर पैलेस और संग्रहालय को जरूर देखें।
12. कामाँ (कामवन)
कामाँ भरतपुर जिले का एक ऐतिहासिक और धार्मिक नगर है, जिसे भगवान कृष्ण के प्रपौत्र “वज्रनाभ” ने बसाया था।
यह स्थान भगवान कृष्ण की 84 कोस यात्रा का हिस्सा माना जाता है और यहाँ कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं। यहाँ के 84 स्तंभों वाले मंदिर और पुरानी हवेलियाँ वास्तुकला प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक हैं।
- विशेष आकर्षण: कृष्ण भक्ति स्थल, 84 खंभों वाला मंदिर
- खुलने का समय: 24 घंटे
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर से 50 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: जन्माष्टमी और होली
👉 अगर आप Bharatapur me ghumne ki jagah धार्मिक महत्व के लिए तलाश रहे हैं, तो कामाँ एक बेहतरीन स्थल है।
13. बाँके बिहारी मंदिर
बाँके बिहारी मंदिर भरतपुर का प्रसिद्ध मंदिर है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित है।
यह मंदिर वृंदावन के बाँके बिहारी मंदिर की तरह बनाया गया है और यहाँ प्रतिदिन बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं। मंदिर की भव्यता, राधा-कृष्ण की मूर्तियाँ और यहाँ होने वाले उत्सव इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाते हैं।
- विशेष आकर्षण: राधा-कृष्ण की भव्य मूर्तियाँ, भक्ति संगीत
- खुलने का समय: सुबह 5:30 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: भरतपुर शहर के अंदर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: जन्माष्टमी, होली और कार्तिक मास
👉 अगर आप Bharatapur me ghumne ki jagah धार्मिक दृष्टि से देख रहे हैं, तो बाँके बिहारी मंदिर एक अवश्य देखने योग्य स्थल है।
स्थानीय बाजार और प्रसिद्ध व्यंजन
भरतपुर अपने बाजारों में पारंपरिक राजस्थानी वस्त्र, हस्तशिल्प, लकड़ी की नक्काशी और गहनों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख व्यंजनों में दाल बाटी चूरमा, कचौरी, पकोड़ी, राबड़ी और घेवर शामिल हैं।
निष्कर्ष
भरतपुर अपने प्राकृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण राजस्थान के सबसे खास पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ की समृद्ध जैव विविधता और ऐतिहासिक धरोहर इसे हर तरह के पर्यटकों के लिए आदर्श स्थान बनाती है।
गर आप राजस्थान के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो भीलवाड़ा में घूमने की जगह पर हमारा यह आर्टिकल जरूर पढ़ें, जहां आपको भीलवाड़ा के प्रमुख पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी मिलेगी।
Bharatpur me ghumne ki jagah कौन-कौन सी हैं?
भरतपुर में घूमने के लिए केवला देव राष्ट्रीय उद्यान, लोहागढ़ किला, डीग पैलेस, गंगा मंदिर और बांके बिहारी मंदिर प्रमुख स्थान हैं।
Bharatpur घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
अक्टूबर से मार्च के बीच भरतपुर घूमना सबसे अच्छा होता है, खासकर जब प्रवासी पक्षी केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में आते हैं।
क्या भरतपुर का केवला देव राष्ट्रीय उद्यान बच्चों के लिए सुरक्षित है?
हां, यह उद्यान बच्चों और परिवारों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। यहाँ आपको प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियाँ भी देखने को मिलेंगी।