बूंदी, राजस्थान का एक खूबसूरत ऐतिहासिक शहर है, जिसे “छोटी काशी” और “चित्रशाला नगरी” के नाम से भी जाना जाता है। यह शहर अपनी भव्य वास्तुकला, सुंदर किलों, जलाशयों, मंदिरों और चित्रित हवेलियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का समृद्ध इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनाते हैं। आइए जानते हैं बूंदी के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में।
बूंदी में घूमने की जगहें तारागढ़ किला, गढ़ पैलेस, रानीजी की बावड़ी, चौरासी खंभों की छतरी, सुख महल, भीमलत झरना, रामगढ़ विषधारी अभयारण्य, जैत सागर झील और नवल सागर झील जैसे कई अद्भुत स्थल हैं।
1. तारागढ़ किला
तारागढ़ किला, जिसे “स्टार फोर्ट” भी कहा जाता है, बूंदी का सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल है।
यह किला 1354 में राव बाका हाड़ा द्वारा बनवाया गया था और इसे राजस्थान के सबसे दुर्गम किलों में से एक माना जाता है। किले के अंदर भव्य महल, विशाल तोपें और शानदार चित्रकारी देखने को मिलती हैं। यहाँ से पूरे बूंदी शहर का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है।
- विशेष आकर्षण: विशाल प्राचीर, भव्य तोपें, सुंदर भित्तिचित्र
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी रेलवे स्टेशन से 5 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें तलाश रहे हैं और ऐतिहासिक स्थलों के शौकीन हैं, तो तारागढ़ किला अवश्य देखें।
2. गढ़ पैलेस
गढ़ पैलेस बूंदी के राजाओं का भव्य महल है, जो अपनी सुंदर चित्रकारी और राजस्थानी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है।
इस महल का निर्माण 17वीं शताब्दी में किया गया था और इसके अंदर कई शानदार कक्ष और विशाल द्वार हैं। यहाँ की चित्रशाला में बूंदी शैली की पेंटिंग्स प्रदर्शित हैं, जो राजस्थानी लघु चित्रकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
- विशेष आकर्षण: बूंदी शैली की चित्रकारी, सुंदर महल
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹100 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी बस स्टैंड से 3 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों का मौसम
👉 गढ़ पैलेस को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं, जैसे बूंदी में घूमने की जगहें धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखती हैं, वैसे ही बूंदी का यह महल वास्तुकला प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है।
3. रानीजी की बावड़ी
रानीजी की बावड़ी बूंदी की सबसे प्रसिद्ध बावड़ियों में से एक है, जिसे 1699 में रानी नाथावती ने बनवाया था।
यह बावड़ी राजस्थानी स्थापत्य कला और जल संरक्षण तकनीक का अद्भुत उदाहरण है। इसमें बहुमंजिला संरचना, नक्काशीदार स्तंभ, मेहराबदार द्वार और भगवान विष्णु की सुंदर मूर्तियाँ बनी हुई हैं। इसकी गहराई और भव्यता इसे राजस्थान की सबसे खूबसूरत बावड़ियों में से एक बनाती है।
- विशेष आकर्षण: सुंदर नक्काशी, ऐतिहासिक वास्तुकला
- खुलने का समय: सुबह 8:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹40 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी रेलवे स्टेशन से 2 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: मानसून और सर्दियों में
👉 अगर आपको ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों में दिलचस्पी है, तो रानीजी की बावड़ी जरूर देखें। जैसे बूंदी में घूमने की जगहें धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध हैं, वैसे ही बूंदी अपनी बावड़ियों के लिए जानी जाती है।
4. चौरासी खंभों की छतरी
चौरासी खंभों की छतरी बूंदी की एक ऐतिहासिक स्मारक है, जो 1683 में महाराजा अनिरुद्ध सिंह द्वारा बनवाई गई थी।
यह संरचना 84 नक्काशीदार स्तंभों पर टिकी हुई है और इसकी छत पर सुंदर गुंबद बने हुए हैं। इसे राजपूत वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना माना जाता है और यहाँ की नक्काशी बूंदी की समृद्ध कला को दर्शाती है।
- विशेष आकर्षण: 84 स्तंभों की अनूठी वास्तुकला
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹30 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी शहर के अंदर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: सर्दियों में
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें जैसी ऐतिहासिक संरचनाओं के बारे में जानना पसंद करते हैं, तो चौरासी खंभों की छतरी आपको जरूर पसंद आएगी।
5. सुख महल
सुख महल बूंदी के सबसे खूबसूरत महलों में से एक है, जिसे 18वीं शताब्दी में महाराजा उम्मेद सिंह ने बनवाया था।
यह महल जैत सागर झील के किनारे स्थित है और इसका शांत वातावरण इसे राजा-महाराजाओं के विश्राम स्थल के रूप में उपयोग में लाता था। यहाँ प्रसिद्ध लेखक रुडयार्ड किपलिंग भी ठहरे थे और उन्होंने अपने प्रसिद्ध उपन्यास ‘किम’ की प्रेरणा यहीं से ली थी।
- विशेष आकर्षण: झील के किनारे बना महल, ऐतिहासिक महत्व
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी बस स्टैंड से 4 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें जैसी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों की खोज में हैं, तो सुख महल आपकी यात्रा का एक यादगार अनुभव होगा।
6. भीमलत झरना
भीमलत झरना बूंदी का सबसे प्रसिद्ध झरना है, जिसे राजस्थान के “छोटे नियाग्रा” के रूप में जाना जाता है।
यह झरना एक गहरी घाटी में गिरता है और मानसून के दौरान इसकी खूबसूरती देखने लायक होती है। यह माना जाता है कि भीम (महाभारत के पांडव) ने यहाँ अपनी प्यास बुझाने के लिए जलधारा को उत्पन्न किया था।
- विशेष आकर्षण: 60 फीट ऊँचा झरना, हरा-भरा वातावरण
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: बूंदी से 40 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: मानसून (जुलाई से सितंबर)
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें और प्राकृतिक स्थलों की तलाश कर रहे हैं, तो भीमलत झरना जरूर देखें।
7. रामगढ़ विषधारी अभयारण्य
रामगढ़ विषधारी अभयारण्य राजस्थान के प्रमुख वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है, जो बाघों और अन्य जंगली जानवरों के लिए प्रसिद्ध है।
यहाँ तेंदुए, भालू, चीतल, नीलगाय, लोमड़ी और कई दुर्लभ पक्षी देखे जा सकते हैं। यह बाघ संरक्षण के लिए प्रस्तावित राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व भी बनने जा रहा है।
- विशेष आकर्षण: बाघ, तेंदुए, पक्षी अवलोकन
- खुलने का समय: सुबह 7:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹100 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: बूंदी से 50 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें जैसी प्राकृतिक और वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्थलों की खोज में हैं, तो रामगढ़ विषधारी अभयारण्य एक बेहतरीन विकल्प है।
8. जैत सागर झील
जैत सागर झील बूंदी की सबसे खूबसूरत झीलों में से एक है, जो अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित है।
यह झील 13वीं शताब्दी में बनी थी और यह बूंदी के राजाओं के लिए प्रमुख जल स्रोत हुआ करती थी। मानसून के समय यहाँ पक्षियों की चहचहाहट और हरियाली इसे स्वर्ग के समान बना देती है।
- विशेष आकर्षण: शांत वातावरण, नौका विहार
- खुलने का समय: 24 घंटे
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: बूंदी शहर में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: मानसून और सर्दियों में
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें और शांत प्राकृतिक स्थलों को पसंद करते हैं, तो जैत सागर झील पर जरूर जाएँ।
9. नवल सागर झील
नवल सागर झील बूंदी का एक और प्रसिद्ध जलाशय है, जो शहर के महलों और किलों की छवि को अपने जल में प्रतिबिंबित करता है।
इस झील के बीच में भगवान वरुण देव का एक प्राचीन मंदिर स्थित है, जो जल देवता को समर्पित है।
- विशेष आकर्षण: झील के बीच स्थित मंदिर, फोटोशूट के लिए बेहतरीन स्थल
- खुलने का समय: 24 घंटे
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: बूंदी किले के पास स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
👉 अगर आप बूंदी में घूमने की जगहें जैसी ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों को पसंद करते हैं, तो नवल सागर झील आपको जरूर आकर्षित करेगी।
स्थानीय बाजार और प्रसिद्ध व्यंजन
बूंदी के बाजार अपने सुंदर हस्तशिल्प, पारंपरिक कपड़ों, आभूषणों और बूंदी के लड्डू के लिए प्रसिद्ध हैं। यहाँ के प्रमुख व्यंजनों में दाल बाटी चूरमा, गट्टे की सब्जी, मिर्ची बड़ा, और घेवर शामिल हैं।
निष्कर्ष
बूंदी अपने ऐतिहासिक किलों, बावड़ियों, झीलों और मंदिरों के कारण राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ की स्थापत्य कला और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक अनूठा गंतव्य बनाते हैं।
अगर आपको राजस्थान के ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों में रुचि है, तो बाड़मेर में घूमने की जगह पर हमारा यह आर्टिकल भी जरूर पढ़ें, जहां आपको रेगिस्तान की अनूठी सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर की झलक मिलेगी।
बूंदी में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन-कौन सी हैं?
बूंदी में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध जगहें तारागढ़ किला, 84 खंभों की छतरी, सुक महल, रानीजी की बावड़ी और नवल सागर झील हैं।
बूंदी में कितने दिन रुकना चाहिए?
दि आप बूंदी के सभी प्रमुख दर्शनीय स्थल घूमना चाहते हैं, तो 2-3 दिन का समय पर्याप्त रहेगा।
बूंदी कब घूमने जाएं?
बूंदी घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे उत्तम रहता है, जब मौसम सुहावना होता है।