करौली में घूमने की जगहें – राजस्थान का ऐतिहासिक नगर करौली, अपनी धार्मिक महत्ता, भव्य महलों और सुरम्य पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। यह नगर करौली राजपरिवार की राजधानी रहा है और यहाँ के प्राचीन मंदिर तथा किले राजस्थान की गौरवशाली विरासत को दर्शाते हैं। यह स्थान विशेष रूप से कैलादेवी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो हजारों भक्तों की आस्था का केंद्र है। इसके अलावा, यहाँ करौली किला, मदन मोहन जी मंदिर, श्री महावीरजी मंदिर और कई अन्य दर्शनीय स्थल हैं, जो इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल बनाते हैं।
1. करौली किला
करौली किला इस शहर का सबसे प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है, जिसे 14वीं शताब्दी में यदुवंशी राजाओं ने बनवाया था। यह किला अपनी भव्यता, अद्भुत स्थापत्य कला और मजबूत दीवारों के लिए प्रसिद्ध है।
इस किले के अंदर शानदार नक्काशीदार खंभे, भित्तिचित्र और जटिल नक्काशीदार झरोखे देखने को मिलते हैं। किले के चारों ओर विशाल प्राचीर बनी हुई है, जो इसे दुश्मनों से सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई थी। यहाँ से पूरे करौली शहर का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
- विशेष आकर्षण: भव्य महल, ऐतिहासिक चित्रकला, विशाल प्राचीर
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: करौली बस स्टैंड से 2 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
2. कैलादेवी मंदिर
कैलादेवी मंदिर राजस्थान के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है, जो माता दुर्गा के स्वरूप कैलादेवी को समर्पित है। यह मंदिर भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है और यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
मंदिर के चारों ओर अरावली पहाड़ियों का मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है। यहाँ हर साल चैत्र नवरात्रि के दौरान विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें राजस्थान और अन्य राज्यों से भक्तजन भाग लेते हैं।
- विशेष आकर्षण: भव्य मंदिर, नवरात्रि मेला
- खुलने का समय: सुबह 4:00 से रात 10:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली से 23 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: नवरात्रि और अक्टूबर से मार्च
3. मदन मोहन जी मंदिर
मदन मोहन जी मंदिर करौली का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।
यह मंदिर अपनी अनूठी स्थापत्य कला और यहाँ होने वाले भजन-कीर्तन के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर में श्रीकृष्ण और राधा जी की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं और यहाँ हर दिन विशेष आरती और प्रसाद वितरण होता है।
- विशेष आकर्षण: श्रीकृष्ण मंदिर, भजन-कीर्तन
- खुलने का समय: सुबह 5:00 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली किले के पास
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: जन्माष्टमी और सालभर
4. श्री महावीरजी मंदिर
श्री महावीरजी मंदिर राजस्थान के सबसे प्रमुख जैन तीर्थस्थलों में से एक है, जो 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर को समर्पित है।
मंदिर संगमरमर की बेहतरीन नक्काशी से सजा हुआ है और यहाँ हर साल महावीर जयंती पर विशेष अनुष्ठान और शोभायात्रा निकाली जाती है।
- विशेष आकर्षण: संगमरमर का भव्य मंदिर, शांत वातावरण
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से रात 8:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली से 30 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: महावीर जयंती
5. सपोटरा वन्यजीव अभयारण्य
सपोटरा वन्यजीव अभयारण्य करौली जिले का एक प्रमुख प्राकृतिक स्थल है, जहाँ विभिन्न प्रकार के वन्यजीव देखे जा सकते हैं।
यह स्थान विशेष रूप से पक्षी प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श है। यहाँ कई प्रकार के हिरण, तेंदुए और पक्षी देखे जा सकते हैं।
- विशेष आकर्षण: वन्यजीव सफारी, प्राकृतिक सुंदरता
- खुलने का समय: सुबह 7:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹100 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: करौली से 28 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
6. श्री अर्धनारीश्वर मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव और माँ पार्वती के संयुक्त रूप अर्धनारीश्वर को समर्पित है।
मंदिर की दीवारों पर बेहतरीन नक्काशी की गई है, जो इसकी भव्यता को दर्शाती है। यहाँ हर साल महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजन होता है। गर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: शिव-पार्वती की संयुक्त मूर्ति, धार्मिक अनुष्ठान
- खुलने का समय: सुबह 5:30 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली शहर में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: महाशिवरात्रि
7. करौली हेरिटेज वॉक
अगर आप करौली के प्राचीन गलियों और ऐतिहासिक स्थलों को नज़दीक से देखना चाहते हैं, तो करौली हेरिटेज वॉक का अनुभव लेना एक शानदार विकल्प हो सकता है।
यह वॉक आपको शहर के पुरानी हवेलियों, गलियों, बाजारों और मंदिरों से रूबरू कराती है।
- विशेष आकर्षण: पुरानी हवेलियाँ, पारंपरिक बाजार
- खुलने का समय: सुबह 7:00 से शाम 7:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली शहर में स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
8. गोपाल सागर झील
करौली में स्थित गोपाल सागर झील एक ऐतिहासिक जलाशय है, जिसे करौली के शासकों द्वारा जल संरक्षण के लिए बनवाया गया था।
यह झील करौली किले के पास स्थित है और यहाँ पर्यटक नौका विहार का आनंद ले सकते हैं। झील के किनारे शांत वातावरण और हरे-भरे वृक्ष इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श स्थान बनाते हैं। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: सुंदर जलाशय, नौका विहार
- खुलने का समय: सुबह 7:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली किले से 2 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: मानसून और सर्दियों में
9. राणाबेड़ा मंदिर
राणाबेड़ा मंदिर करौली जिले के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है, जो भगवान शिव को समर्पित है।
यह मंदिर पहाड़ियों के बीच स्थित है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता इसे ध्यान और साधना के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: पहाड़ी पर स्थित मंदिर, शांत वातावरण
- खुलने का समय: सुबह 5:30 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली से 20 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: महाशिवरात्रि और सावन महीना
10. डांग के जंगल (करौली वन क्षेत्र)
डांग का जंगल करौली जिले में फैला हुआ एक घना वन क्षेत्र है, जहाँ विभिन्न प्रकार के वन्यजीव और पक्षी पाए जाते हैं।
यह जंगल वन्यजीव सफारी और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। यहाँ तेंदुए, नीलगाय, लोमड़ी और चीतल जैसे वन्यजीव देखे जा सकते हैं। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: वन्यजीव सफारी, प्राकृतिक सुंदरता
- खुलने का समय: सुबह 6:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹100 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: करौली से 35 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
11. बृजनिधि मंदिर
बृजनिधि मंदिर करौली का एक प्रमुख कृष्ण मंदिर है, जहाँ भगवान श्रीकृष्ण की सुंदर मूर्ति स्थापित है।
मंदिर परिसर में भक्तों के लिए भजन-कीर्तन की विशेष व्यवस्था की जाती है और यहाँ हर साल जन्माष्टमी पर भव्य आयोजन होता है। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: भव्य कृष्ण मंदिर, भजन-कीर्तन
- खुलने का समय: सुबह 5:00 से रात 9:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली शहर के अंदर स्थित
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: जन्माष्टमी और सालभर
12. शाही हवेली करौली
शाही हवेली करौली की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है, जो अपनी अनूठी वास्तुकला और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है।
यह हवेली राजस्थान के पारंपरिक शिल्प और नक्काशी का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और यहाँ का शांत वातावरण इसे एक बेहतरीन पर्यटक स्थल बनाता है। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: राजस्थानी शैली की भव्य हवेली, नक्काशीदार झरोखे
- खुलने का समय: सुबह 9:00 से शाम 5:00 तक
- प्रवेश शुल्क: ₹50 प्रति व्यक्ति
- कैसे पहुंचे: करौली किले के पास
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
13. टिमंगढ़ किला
टिमंगढ़ किला करौली का एक ऐतिहासिक किला है, जिसे 12वीं शताब्दी में बनवाया गया था। यह किला अपनी राजपूत शैली की वास्तुकला और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है।
इस किले के अंदर कई प्राचीन मंदिर और महल स्थित हैं, जो राजस्थान के गौरवशाली इतिहास की झलक प्रस्तुत करते हैं। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
- विशेष आकर्षण: ऐतिहासिक किला, प्राचीन मंदिर
- खुलने का समय: सुबह 8:00 से शाम 6:00 तक
- प्रवेश शुल्क: निःशुल्क
- कैसे पहुंचे: करौली से 30 किमी दूर
- यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
निष्कर्ष
करौली अपनी धार्मिक महत्ता, ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सुंदरता के कारण राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इस लेख में हमने 13 प्रमुख स्थानों को शामिल किया है, जो करौली के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं। अगर आप राजस्थान के छुपे हुए रत्नों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो करौली में घूमने की जगहें जरूर आएं।
गर आप राजस्थान में घूमने की योजना बना रहे हैं, तो कोटा में घूमने की जगहें भी जरूर देखें, जहाँ खूबसूरत झरने, प्राचीन महल और दर्शनीय स्थल आपका इंतजार कर रहे हैं।
करौली में कैसे पहुंचें?
उत्तर: निकटतम रेलवे स्टेशन: करौली रेलवे स्टेशन
निकटतम हवाई अड्डा: जयपुर एयरपोर्ट (160 किमी दूर)
सड़क मार्ग: करौली जयपुर, आगरा और ग्वालियर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
करौली घूमने के लिए सबसे अच्छा समय कौन-सा होता है?
उत्तर: करौली घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है।
इस दौरान मौसम ठंडा और सुहावना रहता है, जिससे यात्रा आरामदायक होती है।
गर्मियों (अप्रैल-जून) में तापमान 40°C से अधिक हो सकता है, जो सफर के लिए अनुकूल नहीं है।
करौली में कितने दिन का ट्रिप प्लान करना चाहिए?
उत्तर: 1 दिन का प्लान:
सुबह: कैलादेवी मंदिर दर्शन
दोपहर: करौली किला और बाजार घूमना
शाम: मदन मोहन जी मंदिर और श्री महावीर जी मंदिर दर्शन
2 दिन का प्लान:
पहले दिन: धार्मिक स्थल (कैलादेवी मंदिर, मदन मोहन जी मंदिर, श्री महावीर जी मंदिर)
दूसरे दिन: प्राकृतिक स्थल (करौली किला, रणथंभौर नेशनल पार्क के पास भ्रमण)